भाजपा कार्यालय में सुबह सन्नाटा, दोपहर में जश्न

मध्य प्रदेश में सियासी संकट शुरू होने के बाद से ही कांग्रेस और भाजपा प्रदेश मुख्यालयों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कांग्रेस की पूरी रणनीति सीएम हाउस से चलती रहीं, तो भाजपा की योजनाएं पहले दिल्ली और अब सीहोर के ग्रेसेस रिजॉर्ट में बनीं। भाजपा के दफ्तर में सुबह तो सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन कमलनाथ के इस्तीफे की खबर मिलते ही यहां कार्यकर्ता जुटने शुरू हो गए और दोपहर में यहां जमकर जश्न मना।



भाजपा दफ़्तर से सुबह 10.30 बजे
हबीबगंज स्टेशन के पास पं. दीनदयाल उपाध्याय चौराहे पर भाजपा का प्रदेश कार्यालय है। बुधवार को भाजपा कार्यालय पर कांग्रेस समर्थकों द्वारा किए गए पथराव के बाद यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भाजपा दफ्तर में मेन रोड से लेकर अंदर तक दो बैरिकेडिंग बनाई गई हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। यहां कार्यकर्ता तो इक्का-दुक्का ही दिखे। जो थे भी वह बात नहीं कर रहे थे। हालांकि, उनके चेहरे पर अलग उत्साह दिख रहा है।


विधानसभा से पैदल ही बाहर आ गए नरोत्तम  
भाजपा दफ्तर में हुए जश्न में पार्टी के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा नदारद रहे। विधानसभा में भी वह रिजॉर्ट से बस में आए और विधानसभा भी गए, लेकिन बीच में वह पैदल ही बाहर गए। जब उनसे पूछा गया कि आप सबसे पहले बैठक से निकल आए तो उन्होंने विधानसभा की तरफ इशारा करके कहा- सारे विधायक बाहर आ रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि आने वाले दिनों में नरोत्तम मिश्रा को मप्र के मुख्यमंत्री के रूप में देखा जाएगा, इस पर उन्होंने कहा- जो पार्टी तय करेगी, वह मान्य होगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार खुद के अंतर्कलह से हारी है। ये सरकार झूठ के बुनियाद पर आई और अब गिर गई और 14 महीने के कुशासन का अंत होगा।